रिकी पोंटिंग ( एक जबरदस्त कप्तान )

Introduction

रिकी पोंटिंग ( एक जबरदस्त कप्तान )
रिकी पोंटिंग ( एक जबरदस्त कप्तान )


पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग का जन्म ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया स्टेट में हुआ। उनका जन्म 19 दिसंबर 1974 को हुआ। विश्व क्रिकेट में ना सिर्फ अपनी बल्लेबाजी से बल्कि अपनी कप्तानी से भी पहचान बनाई। एक समय ऐसा था जब कोई भी ऑस्ट्रेलियाई टीम को कोई भी हरा नहीं पाता था। उनकी तुलना बार बार सचिन तेंडुलकर से की जाती थी। वह अपनी शैली और आक्रामक अंदाज़ के कारण जाने जाते थे मैदान के अंदर जितने थे मैदान के बाहर उतने ही calm और humble थे।


Early life and career


रिकी पोंटिंग के पिता खुद एक फुटबॉलर और क्रिकेटर रह चुके हैं लेकिन पोंटिंग की भी अपने शुरुआती दिनों में क्रिकेट में काफी रूचि थी इसी के चलते मात्र 17 साल की उम्र में उन्होंने तस्मानिया के लिए डेब्यू किया और जल्द ही उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए बुला लिया गया।


Family and education


रिकी पोंटिंग ने तस्मानिया के Moubray primary school, Brooks high school और University of Tasmania से अपनी पढ़ाई पूरी की।
पोंटिंग की शादी रीना जेनिफर से हुई उनके तीन बच्चे हैं जिनका नाम है एनी, अली और फ्लैचर विलियम है। पोंटिंग हमेशा से ही एक family man रहे हैं और इस बात पर हमेशा से ही उनका फोकस रहता है कि अपने करियर और फैमिली लाइफ को कैसे बैलेंस करें।


International career


पोंटिंग ने इंटरनेशनल डेब्यू साउथ अफ्रीका के खिलाफ किया। मात्र 20 साल की उम्र में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच में अपना डेब्यू किया। अपनी काबिलियत और क्षमता को वह निरंतर बढ़ाते रहें और उन्हें अगले ही साल टेस्ट मैच खेलने का भी मौका मिला। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पर्थ में टेस्ट डेब्यू किया उन्होंने अपनी सेकंड इनिंग में सेंचुरी बना दी। रिकी पोंटिंग की ख्याति दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही थी उनके कुछ मेमोरेबल इनिंग्स में से एक है 1999 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया वह मैच जिसमें उन्होंने शतक बनाया था। 2003 में भारत के खिलाफ डबल सेंचुरी और 2003 में वर्ल्ड कप फाइनल में उनकी भारत के खिलाफ खेली गई एक महत्वपूर्ण पारी जिसमें उन्होंने शतक बनाया था।


Ricky ponting as a captain


साल 2002 में स्टीव वॉ के सन्यास लेने के बाद उन्हें कप्तान बना दिया गया। मात्र 27 साल की उम्र में एक नेचुरल लीडर बनकर उभरे। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2003 और 2007 वर्ल्ड कप जीते। उन्होंने 2006-07 में इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज जीती। उन्होंने अपनी कप्तानी के साथ-साथ अपनी बल्लेबाजी में भी जोहर दिखाएं और वह एक बेहतरीन बल्लेबाज थे।


Batting records


रिकी पोंटिंग क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट वनडे और T20 रैंकिंग में नंबर एक पर काबिज रह चुके हैं। उन्होंने 168 टेस्ट मैच 375 वनडे और 17 T20 मैच खेले।
उन्होंने टेस्ट में 51.85 की औसत से 13378 रन बनाए जिसमें उनका हाईएस्ट स्कोर 257 रन रहा। उन्होंने टेस्ट मैचों में 62 अर्धशतक 41 शतक और छह दोहरे शतक भी लगाए। टेस्ट मैच में उनके नाम 5 विकेट भी दर्ज है।


वनडे मैचों में 42.04 की औसत से 13704 रन बनाए। उन्होंने 82 अर्धशतक और 30 शतक भी अपने नाम किए। हालांकि रिकी पोंटिंग एक बल्लेबाज थे लेकिन उन्होंने वनडे क्रिकेट में कुल 3 विकेट हासिल किए।


उनके द्वारा खेले गए 17 T20 में उन्होंने 401 रन बनाए जिसमें उनका एवरेज 28.64 और उनका स्ट्राइक रेट 132.78 का रहा। इस फॉर्मेट में उन्होंने दो अर्धशतक भी लगाए हालांकि वह इस फॉर्मेट में शतक लगाने से चूक गई उनका हाईएस्ट स्कोर 98 रन था।


Retirement


उन्होंने लगभग 17 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद साल 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया उन्होंने अपना लास्ट मैच पर्थ में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला जोकि एक टेस्ट मैच था। उनके टेस्ट करियर की शुरुआत विपक्ष में ही हुई थी और उनका आखिरी मैच भी पर्थ में ही था रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे और टेस्ट दोनों फॉर्मेट में लीडिंग रन स्कोरर थे ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट में उनका यह योगदान हमेशा याद रहेगा।


Conclusion


ऑस्ट्रेलियन महान कप्तान और एक अद्भुत बैट्समैन रिकी पोंटिंग ने लगभग 17 साल तक ऑस्ट्रेलिया के लिए खेला। विश्व क्रिकेट में अपनी कप्तानी के रूप में एक नई परिभाषा दी उन्होंने लगातार दो विश्वकप ऑस्ट्रेलियन टीम को जितवाए। रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भर के युवाओं के लिए एक इंस्पिरेशन है। उन्होंने आईपीएल में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया और वह मुंबई इंडियन के लिए खेले। अभी वो दिल्ली कैपिटल्स के लिए कोचिंग संभाल रहे हैं और भारतीय युवाओं को आगे आने का मौका दे रहे हैं।

 

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