गौतम गंभीर ( The Unsung Hero )

Introduction


भारतीय क्रिकेट के एक जानी-मानी हस्ती और अपने तीखे तेवरों के लिए मशहूर गौतम गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर 1981 को नई दिल्ली में हुआ वह अपने बेहतरीन बैटिंग स्किल और मैदान पर एग्रेसिव अप्रोच के लिए जाने जाते रहे हैं। गौतम गंभीर ने भारतीय क्रिकेट टीम को काफी महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जीताए है विशेषकर 2007 वर्ल्ड कप 2011 वर्ल्ड कप।

गौतम गंभीर
गौतम गंभीर ( The Unsung Hero )



Early life


गौतम गंभीर का जन्म पंजाबी परिवार में हुआ। उनके पिताजी दीपक गंभीर एक टेक्सटाइल बिजनेसमैन थे। उनकी माताजी सीमा गंभीर एक हाउसवाइफ है। उनके दादाजी जो लाहौर पाकिस्तान में रहते थे बंटवारे के समय दिल्ली आ गए थे।

गौतम गंभीर की एकता नाम की छोटी बहन भी है। गौतम गंभीर की नताशा जैन से शादी हुई है इनकी दो बेटियां अजीत और अनाईजा है।
गंभीर की शिक्षा दिल्ली में ही पूरी हुई है। उनकी शुरुआती शिक्षा मॉडर्न स्कूल नई दिल्ली में हुई इसके बाद उन्होंने हिंदू कॉलेज से कॉमर्स में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया।


Domestic career


गंभीर शुरू से ही एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर रहे हैं उन्होंने अपना करियर बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज के रूप में शुरू किया उन्होंने अपना फर्स्ट क्लास का डेब्यू दिल्ली के लिए 1999-2000 सीजन में किया।

हालांकि डोमेस्टिक क्रिकेट में उनकी शुरुआत कुछ खास नहीं रही लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने ले पकड़ ले 273 2004 सीजन में रणजी ट्रॉफी में हाईएस्ट रन स्कोरर थे उन्होंने लगभग 72 की औसत से 718 रन बनाए।


International career


रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद गौतम गंभीर को 2003 में वनडे डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया और अपने पहले मैच में हाफ सेंचुरी दर्ज की लेकिन उन्हें अपने पहले शतक के लिए 2005 तक का इंतजार करना पड़ा।

वो कहते हैं ना “कि बड़े प्लेयर की पहचान बड़े मैच में ही होती है” उन्होंने भी अपनी पहचान इसी तरीके से बनाई। 2007 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए फाइनल मैच में 75 रन की एक महत्वपूर्ण और मैच जिताऊ पारी खेली। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत श्रीलंका के बीच हो रहे मुकाबले में उन्होंने 97 रन की एक महत्वपूर्ण पारी खेली।

Career Growing


वह 2002 और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का हिस्सा रहे हालांकि 2002 में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।
गौतम गंभीर का अंतरराष्ट्रीय करियर काफी शानदार रहा। उनका गोल्डन पीरियड 2008 से लेकर 2011 तक था। हालांकि 2012 के बाद लगातार उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली लेकिन 2014 में उन्होंने फिर से वापसी की।


2014-16 में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया हालांकि उसके बाद उनके प्रदर्शन में निरंतरता ना रहने के कारण उन्हें भारतीय टीम से ड्रॉप कर दिया गया।


गौतम गंभीर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 T20 मैच खेले।
उन्होंने 58 टेस्ट में 41.96 की औसत से 4154 रन बनाए जिसमें 22 अर्धशतक 9 शतक और एक दोहरा शतक भी शामिल है।


उनके द्वारा खेले गए 147 वनडे में उन्होंने 39.86 की औसत से 6144 रन बनाए। उन्होंने इस फॉर्मेट में 34 अर्धशतक और 11 शतक जमाए। वनडे में उनके द्वारा खेली गई 97 रन की ऐतिहासिक पारी जो उन्होंने वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ लगाई थी वो उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है।


गंभीर का T20 करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा उन्होंने मात्र 37 मैच खेले जिसमें उन्होंने लगभग 120 की स्ट्राइक रेट से 932 रन बनाए जिसमें 7 अर्धशतक शामिल है। T20 में उनका हाईएस्ट स्कोर 75 रन था जो कि 2007 T20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में आया था।


IPL Career


गौतम गंभीर का आईपीएल करियर काफी शानदार रहा उन्होंने आईपीएल की दो फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेला। उन्होंने दिल्ली और कोलकाता की कप्तानी भी की। शुरुआती सीजन में दिल्ली के लिए खेलने के बाद गौतम गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलने लगे वहां पर उन्होंने कप्तानी की और कोलकाता को 2012 और 2014 में आईपीएल के 2 टाइटल जितवाए।


उन्होंने आईपीएल के कुल 154 मैच खेले जिसमें उन्होंने 4218 रन बनाए। गौतम गंभीर मैदान पर अपने अग्रेसिव अंदाज के लिए जाने जाते रहे हैं। आईपीएल के दौरान भी कई बार ऐसे मौके आए जब गौतम गंभीर ने अपना आपा खो दिया और हाथापाई तक की नौबत आ गई लेकिन साथी प्लेयर्स और अंपायर ने मिलकर मामला ठंडा करवाया।


गौतम गंभीर का आईपीएल में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 93 रन था। गंभीर ने आईपीएल में 123.91 की स्ट्राइक रेट से 4218 रन बनाए थे। साथ ही आईपीएल में उन्होंने 36 फिफ्टी भी लगाई थी।


2010 तक दिल्ली के लिए खेलने के बाद 2011 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 11 करोड़ की भारी-भरकम रकम में खरीदा। 7 साल तक कोलकाता में रहने के बाद 2018 में वापस उन्होंने दिल्ली के लिए खेलने का फैसला किया। हालांकि उस सीजन में वह ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और उन्होंने श्रेयस अय्यर को दिल्ली की कप्तानी थमा कर अगले सीजन से संन्यास की घोषणा कर दी।


Retirement


2003 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 2018 दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया लगभग 15 साल के उनके करियर में उन्होंने भारत को कई ऐसे मैचेज जितवाए जो भारत के लिए लगभग असंभव थे। उनके सबसे यादगार मैच में वर्ल्डकप फाइनल में उनके द्वारा जीताए गए मैच हैं।


As a Coach


क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद गौतम गंभीर एक कॉमेंटेटर एनालिटिक्स के तौर पर काम कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्हें दिल्ली की टीम का हेड कोच बनाया गया। उनकी कोचिंग में ही दिल्ली की टीम 2021-22 विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश की।
साल 2022 में उन्होंने आईपीएल की नई फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपरजाइंट्स की कोचिंग की कमान संभाली।


Various awards


गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट को नई दिशा देने और लगातार अच्छे प्रदर्शन करने के कारण 2008 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया। 2009 में आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर का अवार्ड भी दिया गया।


Conclusion


इस प्रकार गौतम गंभीर की सिर्फ भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट में भी एक अलग पहचान है। क्रिकेट के अलावा गौतम गंभीर पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा के निर्वाचित सदस्य हैं। सोनी भारतीय युवाओं को एक अलग एप्रोच से क्रिकेट खेलना सिखाया है। वो क्रिकेट एकेडमी भी चलाते हैं।

 

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