Surya Kumar Yadav Comeback Story
क्रिकेट एक ऐसी पहेली है जो पल भर में आपको अर्श तक पहुंचा सकती है। वहीं अगले ही पल आपको फर्श पर भी ला सकती है। कल तक जिसके नाम से गेंदबाजों को सपने आते थे जिस बल्लेबाज के अद्भुत शॉर्ट्स ने उसे दुनिया का सबसे खतरनाक बल्लेबाज बना दिया। और जिस के शतक पर शतक जड़ने की काबिलियत ने This SKY has no limits का टैग दे दिया। आखिर अचानक उस बल्लेबाज के साथ ऐसा क्या हो गया कि आज वह मैच दर मैच में मात्र 1 रन बनाने को तरस रहा है।
आज की हमारी यह कहानी है Surya Kumar Yadav Comeback Story एक खास भारतीय धुरंधर बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की । आज हम जानेंगे क्या सूर्यकुमार यादव का पतन हो चुका है ? क्या यह सूर्या फिर से अपनी चमक कभी नहीं बिखेर पायेंगे? इस पूरे रोलर कोस्टर के सफ़र पर बने रहिए अंत तक हमारे साथ इस पोस्ट में।
हर किसी के जीवन में ऐसा वक्त जरूर आता है जब वह मेहनत तो जी तोड करता है लेकिन सफलता उसके कदम चूमने से खुद को रोक लेती है। कुछ यही हो रहा था इस कहानी के हीरो के साथ इंडियन 360 यानी सूर्यकुमार यादव लगातार अपने प्रदर्शन से चयनकर्ता के मुंह पर तमाचा जड़ रहे थे । लेकिन चयनकर्ता तो मानो अपनी जिद पर अड़े थे कि सूर्या को वह कभी चमकने नहीं देंगे । लेकिन इस खिलाड़ी की ज़िद और हुनर के आगे सभी ने घुटने टेक दिए और फिर आता है वह दिन जब सूर्यकुमार यादव पहली बार इंडियन जर्सी में मैदान पर कदम रखने वाले थे। यही एक सपना होता है जिसे शायद भारत के हर एक घर में देखा जाता है कि कभी तो वह भारत के लिए क्रिकेट खेलेगा । सूर्यकुमार का सपना तो जरूर पूरा हो रहा था लेकिन तब तक इनकी उम्र हो चुकी थी 32 साल।
Debue Of Surya Kumar Yadav
सूर्या का डेब्यू 32 साल की उम्र में हो रहा था । इस उम्र में तो कई खिलाड़ी रिटायर हो जाते हैं । इसलिए सवाल उठने लाजमी थे क्रिकेट पंडितों ने तो सूर्य को बूढ़ा घोड़ा बताया जो कुछ ही समय के लिए मैदान पर आया है। लेकिन इन सबके बीच सूर्यकुमार यादव खामोशी से मेहनत किए जा रहे थे ताकि एक दिन उनकी सफलता इतनी शोर मचाए की क्रिकेट पंडितों के कान के पर्दे तक फट जाए। देखते ही देखते सूर्यकुमार यादव भारतीय टीम के लिए शतक पर शतक जड़ने लगे ।
फिर चाहे इंग्लैंड का मैदान हो या ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिच हर जगह सूर्य की बल्लेबाजी ने कोहराम मचा दिया । उन्हें भारत का एबी डिविलियर्स बोला जाने लगा। सूर्या की बैटिंग स्टाइल की सबसे खास बात यह थी कि वह फील्ड के साथ खेलते थे ।जहां से फिल्डर हटाया जाता था वही चौका जड़ देते थे । सूर्या ने सभी गेंदबाजों के मन में इस कदर खौफ पैदा कर दिया कि उनके सामने गेंदबाजी करने से गेदबाज कतराने लगे। टी20 में मैन ऑफ द मैच का अवार्ड सूर्या ने 11 बार जीता है वह भी मात्र 2 साल के अंदर । आप इस बात से सूर्या के कहर का अंदाजा लगा सकते हैं कि विराट को भी 100 मैचों अलावा 12 साल लग गए 15 मैन ऑफ द मैच अवार्ड जीतने के लिए।
सूर्या का कद और रुतबा भारतीय ड्रेसिंग रूम में विशाल होता जा रहा था । वह हर दिन नई रिकॉर्ड अपने नाम करते जा रहे थे। मात्र 2 साल के भीतर सूर्या ने टी-20 रैंकिंग में नंबर एक का स्थान भी प्राप्त कर लिया । अब हर तरफ बस एक ही नाम सुनाई दे रहा था सूर्या भाई सूर्या भाई।
इस बल्लेबाज की टैलेंट के आगे की किंग कोहली भी नतमस्तक हो गए। अपने T20 करियर में सूर्या ने 47 की औसत और 175 से अधिक की स्ट्राइक रेट से 1675 रन ठोक कर सबको अपना दीवाना बना दिया।
Downfall of Surya Kumar Yadav
सब कुछ सही चल रहा था सूर्या अपने नेम, फेम और स्टारडम को काफी इंजॉय कर रहे थे। लेकिन पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त। वक्त का पहिया घूमता है ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत दौरे पर वनडे और टी20 सीरीज खेलने आती है । सबकी नजरें एक बार फिर सूर्यकुमार यादव पर जमी थी क। T20 में तो सूर्य खुद को स्थापित कर चुके थे लेकिन वनडे में अभी सूर्या को खुद को साबित करना बाकी था ।अपेक्षाओं का बोझ लिए सूर्या पहले मैदान पर आते हैं लेकिन मात्र शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट जाते हैं दूसरे वनडे में भी सूर्या बिना खाता खोले 0 पर आउट हो जाते हैं ।
क्रिकेट में उतार-चढ़ाव चलता रहता है इसलिए सूर्य तीसरे मैच में अपना जलवा बिखेरने को बिल्कुल तैयार थे ।लेकिन संयोग देखिए, तीसरे मैच में भी सूर्य 0 पर आउट होकर लौट जाता है। वह लगातार तीन मैचों में 1 गेंद खेलकर आउट हो चुके थे ।उन्होंने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया जिसकी कल्पना कोई भी बल्लेबाज करने से डरता है। सोशल मीडिया पर सूर्य के खिलाफ मींस शेयर किए जाने लगे उनका मजाक बनाया जाने लगा। कल तक जो लोगों उन्हें 360-degree का खिलाड़ी बता रहे थे आज वही उन्हें जीरो डिग्री बताने लगे ।सूर्य काफी हताश और निराश हो चुके थे । देखते ही देखते आई पी एल 2023 आ गया लेकिन किस्मत ने मानो सूर्या से नाता तोड़ रखा है और पहले तीन मैचों में सूर्या का स्कोर है 15, 1, तथा 0
Criticism of Surya Kumar Yadav
सूर्य से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया था कि आप किस नंबर पर बल्लेबाजी करना चाहते हैं तो उन्होंने कॉन्फिडेंस के साथ जवाब दिया था आप बस मुझे खिला लो मैं कहीं भी बल्लेबाजी कर सकता हूं लेकिन समय ने इस तरह करवट बदला कि आज वह मात्र 1 रन बनाने को तरस रहे हैं । सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनल तक सब ने सूर्य की चमक को धुंधला करार दे दिया ।लेकिन जो जिद और जज्बा इस बल्लेबाज के पास है ना, उसे दुनिया की कोई ताकत इन्हे अपनी चमक बिखेरने से नहीं रोक सकती ।इस वक्त अगर सूर्य की किसी चीज की सबसे ज्यादा जरूरत है तो वह सपोर्ट की। बस हम और आप इस बल्लेबाज पर विश्वास रखिए । यह लौटेगा, जरूर लौटेगा और जब लौटेगा तो इस कदर छाएगा मानो पूरी दुनिया ने इस खिलाड़ी के हुनर के आगे अपने शीश झुका दिए।
Comeback Story of Surya Kumar Yadav
कुछ यही देखने को मिला जब 16 अप्रैल को मुंबई की भिड़ंत केकेआर से था। इस मैच में सूर्य पुराने अवतार मे दिखे। उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए कई गेंदों को दर्शक दीर्घा में पहुंचा दिया। सूर्यकुमार ने मात्र 25 गेंदों में 43 रन ठोक कर अपनी वापसी का बिगुल फूंक दिया। अपनी इस पारी में सूर्या ने तीन शानदार छक्के लगाए जिसे देखकर मैदान पर मौजूद सभी दर्शक पागल हो चुके थे इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 172 का था। हम सब यही उम्मीद करेंगे सूर्या अपने इस प्रदर्शन को निरंतर जारी रखें और भारतीय टीम के लिए भी इसी प्रकार का प्रदर्शन करते रहे।
अगर आप सूर्या को सपोर्ट करते हैं तो कमेंट बॉक्स में Yes टाइप कीजिए साथ इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाए ताकि सभी लोग सूर्यकुमार यादव का समर्थन करें ।
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