राहुल द्रविड़ ( भारत की दीवार )

INTRODUCTION


THE WALL” के नाम से मशहूर पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ 11 जनवरी 1973 को इंदौर में हुआ था। राहुल द्रविड़ एक बहुत ही प्रतिभाशाली और क्लास प्लेयर थे उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

उन्होंने भारतीय टीम की कप्तानी भी की। वह 2003 से 2007 तक भारतीय टीम के कप्तान रहे। रिटायरमेंट लेने के बाद वह भारतीय टीम अंडर-19 के कोच बने और 2018 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताने में अहम योगदान निभाया। फिलहाल वह भारतीय टीम की कोचिंग का जिम्मा संभाले हुए हैं।

राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ ( भारत की दीवार )


FAMILY AND EDUCATION


राहुल द्रविड़ के पिता का नाम शरद द्रविड़ था जो कि एक कंपनी में काम करते थे उनकी माता का नाम पुष्पा द्रविड़ था जो कि एक आर्किटेक्ट प्रोफेसर थी।
राहुल द्रविड़ शुरू से ही पढ़ाई में बहुत अच्छे रहे हैं और उनके टीचर अक्सर उनकी तारीफ करते थे राहुल द्रविड़ ने अपनी स्कूली पढ़ाई सेंट जोसेफ बॉयज हाई स्कूल से पास की। पढ़ाई के साथ साथ वह खेल में भी बहुत ज्यादा रुचि रखते थे और क्रिकेट उनका पहला प्यार था।


DOMESTIC CAREER


बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन होने के कारण राहुल द्रविड़ कर्नाटका के लिए अंडर 15 खेले उसके बाद उन्होंने अंडर 17 और अंडर 19 टीम में भी जगह बनाई।
जल्दी ही उन्हें कर्नाटका के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला। मात्र 18 साल की उम्र में 1991 में वह कर्नाटका रणजी टीम के लिए सिलेक्ट हुए। उस टूर्नामेंट में उनका सर्वोच्च स्कोर था 82 रन इस टूर्नामेंट में उन्होंने 380 रन बनाए।


INTERNATIONAL CAREER


लगातार रणजी क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद राहुल द्रविड़ को 1996 में देश के लिए खेलने का मौका मिला जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई हुई थी। तब लॉर्ड्स में हुए फर्स्ट टेस्ट मैच में 1996 में उन्होंने डेब्यू किया। उस मैच की सेकंड इनिंग में उन्होंने 95 रन की ऐतिहासिक पारी खेली। ट्रेंट ब्रिज में हुए अगले टेस्ट मैच में उन्होंने शतक लगा दिया।


डेब्यू में उनके द्वारा खेली गई यह पारियां तो मात्र एक ट्रेलर थी पिक्चर तो अभी आनी बाकी थी। राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट मैच और 344 वनडे खेले उन्होंने कई मौकों पर भारतीय टीम को हार से बचाया।


2001 2002 उनके करियर के स्वर्णिम सालों में से एक रहा। 2001 में राहुल द्रविड़ की वीवीएस लक्ष्मण के साथ वह साझेदारी कौन भूल सकता है। भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच हो रहे टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी 171 रन पर सिमट चुकी थी। दूसरी पारी में भी 115 रन पर 3 विकेट हो चुके थे। भारत फॉलोऑन खेल रहा था तब द्रविड़ और लक्ष्मण ने साथ मिलकर 376 रन की पार्टनरशिप की थी द्रविड़ ने 180 रन और वीवीएस लक्ष्मण ने 281 रन बनाए थे इस प्रकार भारतीय टीम 657/7 रन बनाने में कामयाब हुई और ऑस्ट्रेलिया के लिए 384 रन का लक्ष्य दिया। यह मैच लक्ष्मण और द्रविड़ की वजह से ही भारत ने 171 रन से जीता था।

Growing In Career


2002 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी लॉट्स में हुए पहले मैच में उन्होंने 13 घंटे बल्लेबाजी करके 217 रन बनाए और वह टेस्ट मैच बताया अगले मैच में उन्होंने 1 सेंचुरी लगाई इस सीरीज में उन्होंने 602 रन बनाए और उनका औसत 100 से ज्यादा का था।


टेस्ट ही नहीं वनडे में भी उन्होंने ऐतिहासिक पारियां खेली 1999 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ 145 रन की यादगार पारी खेली। उन्होंने भारतीय टीम को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में जीत दिलाई इंग्लैंड में भारतीय टीम ने 21 साल के बाद कोई वनडे सीरीज जीती थी।

10000 Runs 


सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर के बाद वह तीसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने 10000 रन का आंकड़ा छुआ था।
राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैच में 52.31 की औसत से 13288 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में 36 सेंचुरी और 63 हाफ सेंचुरी भी लगाई रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में बनाए गए 270 रन उनका सर्वाधिक स्कोर है।


भारत के लिए 344 वनडे में उन्होंने 39.16 की औसत से 10889 रन बनाए उन्होंने 12 सेंचुरी और 83 हाफ सेंचुरी लगाई। उनके द्वारा खेली गई 153 रन की पारी वनडे में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी थी।
उन्होंने भारत के लिए एक T20 मैच भी खेला।


अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा उनका आईपीएल करियर में काफी शानदार रहा उन्होंने अपने करियर में कुल 89 आईपीएल मैच खेले। लगभग 116 की स्ट्राइक रेट से उन्होंने 2174 रन बनाए। उनका हाईएस्ट स्कोर 75 रन था।
एक विकेटकीपर बल्लेबाज होने के नाते वह एक बॉलर नहीं बन पाए लेकिन वह इतने प्रतिभाशाली थे कि फिर भी उन्होंने वनडे और टेस्ट क्रिकेट में कुल 5 विकेट हासिल किए


RETIREMENT


16 साल तक भारतीय टीम में खेलने के बाद राहुल द्रविड़ ने 2012 में सन्यास की घोषणा की वह भारत के सबसे ज्यादा रिस्पेक्टफुल और चाहे जाने वाले प्लेयर है। हालांकि उसके बाद उन्होंने आईपीएल में अपना सफर जारी रखा वह आईपीएल में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलें।


PERFECT COACH


अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास लेने के बाद उन्होंने राजस्थान रॉयल्स की कोचिंग का जिम्मा संभाला और उनको नई ऊंचाइयों पर ले कर गए। इसके बाद उन्होंने भारतीय अंडर-19 टीम की कोचिंग की। राहुल द्रविड़ ने निस्वार्थ भाव से भारतीय युवाओं की प्रतिभा को सामने लाने का काम किया उनकी कोचिंग की बदौलत ही 2018 का अंडर-19 वर्ल्ड कप भारत जीत पाई। 2021 में उन्होंने भारतीय टीम की कोचिंग का जिम्मा संभाला। उनके कोचिंग में रहते हुए हाल ही में भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।



AWARDS AND RECOGNITION



2000 में उन्हें विजडन क्रिकेटर के सम्मान से नवाजा गया।
2004 में उन्हें पदम श्री से नवाजा गया। 2013 में उन्हें पदम भूषण से सम्मानित किया गया।
इन पुरस्कारों के अलावा उन्हें अर्जुन अवॉर्ड और राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।
2018 में उन्हें आईसीसी के द्वारा हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।


CONCLUSION


भारतीय क्रिकेट के THE WALL, MR DEPENDABLE के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने भारतीय टीम को ना सिर्फ खेलकर बल्कि कोचिंग में भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
भारतीय क्रिकेट इतिहास के महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट के दोनों प्रारूप टेस्ट और वनडे में 10-10 हजार से ज्यादा रन बनाए। वह भारतीय युवाओं के लिए एक इंस्पिरेशन है।

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